किसानों की फसल को बचाने के लिए शेडनेट पर मिलेगा ७५% तक का अनुदान
सर्दियों में फसल को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए खेत में शेडनेट(shade net) लगायें। शेडनेट की सहायता से किसान कई एकड़ फसल को सुरक्षित रख सकते हैं। किसान अपनी फसल की देख रेख को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं, आंधी, तूफान और असमय बारिश के कारण फसलों में काफी नुकसान होने की सम्भावना बनी रहती है, जिसके चलते किसान बहुत असमंजस और नुकसान होने के भय में जीते हैं। सर्दियों में फसल को प्रतिकूल मौसम एवं कीटों से अच्छा खासा नुकसान होता है।
किसानों को अच्छी तरह फसल करने के लिए नई नई फसलीय तकनीक उपलब्ध हैं, जिनको किसान तक पहुँचाने के लिए सरकार किसानों को अनुदान मुहैय्या कराती है, इससे किसानों को इसे खरीदने में आसानी होती है। बिहार सरकार के माध्यम से शेड फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को शेड नेट खरीदने पर ७५ फीसद तक अनुदान प्रदान कर रही है, जिससे किसान १००० से ४००० मीटर तक अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए शेड नेट अनुदान पर खरीद सकते हैं।
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शेड नेट से किसानों को क्या लाभ मिलता है ?
शेड़ नेट की सहायता से किसान अपनी फसल को मौसम की चपेट से लेकर कीट व रोगों से बचाते हैं, शेड नेट से खाद्य सब्जियों फल फ्रूट इत्यादि की देखभाल अच्छी तरह होती है। शेड नेट के जरिये किसान फसल की ओर से बिल्कुल निश्चिंत होकर रह सकते हैं, फसल को सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित तरीके से करने के लिए किसान शेड फार्मिंग (shade farming) की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। शेड फार्मिंग बहुत ही फायदेमंद होती है किसानों की फसल की सुरक्षा के लिए।शेड नेट अनुदान पर खरीदने के लिए कहाँ आवेदन करें ?
बिहार सरकार द्वारा शेड नेट ७५ प्रतिशत अनुदान पर खरीदने के लिए ७१० रूपये का प्रति वर्ग मीटर व्यय बताया है। बिहार में प्रत्येक किसान १००० से ४००० वर्ग मीटर तक अपनी फसल को बचाने के लिए ७५ % अनुदान पर शेड नेट खरीद सकते हैं। जिसके लिए आर्थिक रूप से असमर्थ किसान horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन करें एवं योजना का लाभ उठाने के साथ साथ फसल को सुरक्षित रखने का इंतजाम भी करलें। यदि फसल सुरक्षित होगी तो पैदावार स्वतः ही बढ़ेगी, जिसका लाभ या मुनाफा प्रत्यक्ष रूप से किसान को होगा।ये भी पढ़ें: ग्रीनहाउस टेक्नोलॉजी में रोजगार की अपार संभावनाएं